लेखपाल समय से नहीं लगा रहे रिपोर्ट, सीएससी,सहज संचालक परेशान
विंढमगंज दुद्धी सोनभद्र तहसील में आय, जाति व निवास प्रमाण-पत्र के सत्यापन में लेखपाल मनमानी कर रहे हैं। इससे जनसेवा केंद्र संचालक परेशान हैं। केंद्र संचालक आवेदकों को समय से प्रमाण-पत्र नहीं दे पा रहे हैं। लेखपाल एवं अधिकारी रिपोर्ट लगाने में या तो देरी करते हैं या आवेदन को निरस्त कर देते हैं।इसके चलते प्रतियोगी परीक्षाओं और छात्रवृत्ति के लिए छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रमाण-पत्र मिलने में देरी से छात्रों और अभिभावकों को ऑनलाइन सुविधा होने के बावजूद तहसील के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। सभी केंद्र संचालक ई-डिस्ट्रिक के जरिए आवेदनों को संकलित करते हैं।
प्रदेश सरकार के नियमानुसार अभिभावकों द्वारा सेल्फ डिक्लेरेशन के आधार पर उन्हें प्रमाण-पत्र बना कर देना है। लेखपालों को सिर्फ सत्यापित करना है। इसके बावजूद लेखपाल फॉर्म के उसी प्रारूप पर कुछ लोगों को प्रमाण-पत्र जारी कर रहे हैं। जबकि कुछ लोगों का आवेदन रद्द कर देते हैं। नियमानुसार 15-20 दिन की समयावधि में प्रमाण-पत्र जारी करने के आदेश हैं।इसके बावजूद प्रमाण-पत्र जारी करने में 20-30 दिन लगा रहे हैं। इसके अलावा कई लोगों के आवेदन रद्द कर दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि सुविधा शुल्क के चक्कर में लेखपाल परेशान कर रहे हैं। बुटवेढवा गांव निवासी रामचंद्र ने वृद्धा फॉर्म भरने हेतु आय बनवाया था रामचन्द्र अपने पुत्र के भरोसे जीवन यापन कर रहे हैं वार्षिक 36000 आय बनवाने का आवेदन किया आवेदन में वृद्धा पेंशन हेतु लिखा गया था किंतु लेखपाल ने 72000 का बना दिया अब वृद्धा पेंशन का फॉर्म कैसे भरा जाएगा पेंशन हेतु 42000 आय होना चाहिए। छात्रा डोना कुमारी ने बताया कि आवेदन कीए 20 दिन हुए हो गया था लेकिन आय प्रमाण-पत्र जारी हुआ । लेकिन जाति प्रमाण-पत्र कैंसल कर दिया गया है। इसमें सिर्फ यह लिखा गया है कि आपके साक्ष्य स्पष्ट नहीं है। जबकि एक ही दास्तावेज से आय ,जाति, निवास हेतु फार्म भरा गया था एक जारी और दुसरा कैंसिल कर दिया गया मुडीसेमर सीएससी संचालक सिया राम ने बताया कि निवासी आवेदन कीए 21 दिन हो गए लेकिन अभी तक लेखपाल द्वारा हमारे प्रमाण-पत्र आगे नहीं बढ़ाए गए हैं। वहीं सहज सेवा केन्द्र के संचालक संतोष मद्धेशिया ने बताया कि एक प्रमाण-पत्र को बनाकर दो आवेदन निरस्त कर देते हैं ग्लोबल कंप्यूटर संचालक अमीत गुप्ता ने बताया कि उसने 9 जनवरी को जाति और निवास प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन किया था। लेखपाल ने अभी तक कागज आगे नहीं बढ़ाया है।ओम कम्प्यूटर सीएससी संचालक ने बताया कि उसके केंद्र से 09 जनवरी से लेकर अभी तक के कागज पेंडिंग पड़े हुए हैं। बार-बार अधिकारियों को एवं लेखपाल को फोन लगाकर कागज आगे बढ़ाने के लिए कहा जाता है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।बताया कि यदि एक व्यक्ति ने आय, जाति, निवास प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन किया है तो इसमें किसी एक को बना देते हैं। बाकी दो कागज निरस्त कर देते हैं। इसमें लिख देते हैं कि आपके साक्ष्य स्पष्ट नहीं है। यह नहीं लिखते हैं कि कौन से साक्ष्य स्पष्ट नहीं हैं। हालांकि केंद्र की तरफ से सभी प्रमाण पत्रों के लिए एक-एक कागज स्कैन कर लगाए जाते हैं। सेल फोन से सीएससी के जिला प्रबंधक आशिष पाण्डेय ने बात हुई तो बताया कि दस से पंद्रह दिन में प्रमाण पत्र जारी हो जानी चाहिए यह अनियमितता है। इसके बारे उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। लेखपाल से बात करने पर कहते हैं हमलोगों कई काम होते हैं। सिर्फ आय जाति निवास की रिपोर्ट ही नहीं लगाना नहीं। वही जन सेवा केंद्र के संचालकों ने कहा है कि लेखपाल के खिलाफ हम सभी उच्च अधिकारी से लिखित शिकायत करेंगे ताकि समय से प्रमाण पत्र जारी हो सके लेखपाल की मनमानी से हम सभी सीएससी संचालक सहज ,ई डिस्टिक वाले परेशान है।