धुमा शौचालय घोटाले में दो सेक्रेटरी सहित ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज

धुमा शौचालय घोटाले में दो सेक्रेटरी सहित ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज

ओम प्रकाश रावत विंढमगंज

विंढमगंज थाना क्षेत्र के धूमा ग्राम पंचायत में शौचालय घोटाले में दो सेक्रेटरी और धूमा प्रधान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम तथा सरकारी धनराशि के गबन के तहत
एफआईआर दर्ज धूमा ग्राम पंचायत में सामने आए 29.59 लाख के शौचालय घोटाले में दो सेक्रेटरी और धूमा प्रधान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम तथा सरकारी धनराशि के गबनके तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई है। एडीओ पंचायत दुद्धी समरबहादुर सिंह की तहरीर पर विंढमगंज पुलिस ने शुक्रवार की देर रात मामला मामला दर्ज किया। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी दुद्धी आशीष मिश्रा को सौंपी गई है। इस कार्रवाई से जहां जिला पंचायत राज महकमे में हड़कंप की स्थिति है। वहीं घपलों से जुड़े अन्य मामलों में भी संबंधितों को बड़ी कार्रवाई का डर सताने लगा है। इससे पूर्व आरोपी दोनों सेक्रेटरियों को निलंबित किया जा चुका है।वहीं गबन राशि के रिकवरी को लेकर विभागीय प्रक्रिया अपनाई जार ही है गत 18 जून को दुद्धी में तहसील समाधान दिवस पर मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा से ग्रामीणों ने धूमा में शौचालय घोटाले की शिकायत की। मंडलायुक्त ने डीपीआर, एडीपीआरओ तकनीकी और जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की मौजूदगी वाली टीम ने जांच की। पाया कि 230 शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण हुए बगैर, प्रति शौचालय 12 हजार की दर से 27.60 लाख निकाल लिया गया।
शौचालय के नाम पर एक लाख 99 हजार पांच सौ की अतिरिक्त निकासी मिली। इस धनराशि से भी किसी शौचालय के निर्माण का साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया जा सका। पूरी जांच के बाद 29 लाख 59 हजार पांच सौ के गबन की पुष्टि हुई। गबन के लिए प्रधान रामप्रसाद यादव, पंचायत सचिव उमेश चंद्र और चांदनी गुप्ता की जिम्मेदारीतय ठहराया। दो जुलाई को उमेश चंद्र और चार जुलाई को चांदनी गुप्ता को निलंबित किया गया।
पांच जुलाई को डीपीआरओ विशाल सिंह की तरफ से दुद्धी ब्लाक पर एफआईआर कराने का निर्देश भी भेज दिया गया। लगभग 17 दिन तक यह आदेश ब्लॉक की फाइलों में उलझा रहा मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुंची, तब 22 जुलाई को विंढमगंज पुलिस को तहरीर उपलब्ध कराई गई। एडीओ पंचायत की तहरीर पर रात लगभग 10 बजे दोनों सेक्रेटसेक्रेटरी और प्रधान के खिलाफ धारा 409 आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 व 13 के तहत मामला दर्ज कर विंढमगंज पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है !

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