रामानन्द प्रजापति कि रिपोर्ट
सगमा: धुरकी थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव निवासी बचऊ कुशवाहा तथा भोला कुशवाहा अपने दोनों भाइयों की आपसी विवाद के कारण सिचाई वाली कुआँ को भोला कुशवाहा और उनके पुत्र रामगोविंद कुशवाहा के द्वारा 27 जून दिन सोमवार को बचऊ कुशवाहा के गैर-मौजुदगी में सिचाई वाली कुआँ को जेसीबी द्वारा भरने का मामला सामने आया हैं।आपको बता दे कि बचऊ कुशवाहा तथा भोला कुशवाहा सगे भाई है, जो कि दोनों भाइयों के सहमति से लगभग 50 बर्ष पहले से दोनों भाइयों ने मिलकर सिचाई करने के एक पक्का कुआँ निर्माण किया था जो उसी कुआँ से आजतक लगभग दो बीघा की सिचाई करते आ रहे थे लेकिन दोनों भाइयों के आपसी विवाद के कारण कुआँ को ध्वस्त कर दिया गया। जिसके कारण बचऊ कुशवाहा और उनके सातो लड़को का सिचाई करने का पूरी तरह से बाधित हो गया तथा पूर्व में किया गया खेती लौकी ,मूंग की सभी फसल पानी की पटवन नही होने के कारण फसल बर्बाद हो रहा है। तथा अभी किये जाने वाली समय मे खरीफ की फसल बुआई का काम पूरी तरह से बाधित है। जानकारी देते हुए बचऊ कुशवाहा के पुत्र नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि धुरकी थाना को आवेदन भी दिया गया है, और थाना के द्वारा स्थल की जांच भी किया गया है लेकिन अभी तक कोई का कानूनी कारवाई नही किया गया है।
इधर में भोला कुशवाहा के पुत्र रामगोविंद कुशवाहा से पूछे जाने पर इन्होंने बतलाया कि
कुआँ की स्थिति काफी जर्जर एंव कुआँ से एक दो बार जान माल की क्षति हो चूंकि है इसी कारण से कुआँ को भर दिया गया है।
इस दौरान उपस्थित ब्लाँक प्रमुख अजय साव से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्थल को देखने के बाद और ग्रामीणों के बताने के अनुसार इस कुआँ से सिचाई अच्छी- खासी हो जाती थी लेकिन कुआँ को भरने से सिचाई बाधित हो गई है उन्होंने कहा कि आपस में मिलजुल कर भारा हुआ कुआँ की मिटी निकलवाने का काम करे।
मुखिया प्रतिनिधि अशोक राम ने कहा कि मिटी कुआँ में मिटी भरने की सूचना मिली है मिलते ही स्थल का जायजा लिया है जो की भरा हुआ पाया गया उन्होंने कहा कि सिचाई के लिए आज किसान दर- दर भटकने प विवश हो गया ।
क्या कहते है ग्रामीण- दिनेश ठाकुर, रामचंद्र पासवान ,नगीना राम सहित कई ग्रामीणों बताया कि यह कुआँ दोनों भाईयों की सार्वजनिक जमीन में था जो कि भर जाने से बचऊ कुशवाहा की फसल की सिचाई नही होने के कारण नष्ट हो रही है।
मौके पर उपस्थित निर्पत यादव, रामसरूप कुशवाहा, अशोक गोड़, अजय गोड़, रामचंद्र भुईया, मोहन कुशवाहा, अशोक कुशवाहा, डब्लू शर्मा, सुखाडी कुशवाहा, सुरेश कुशवाहा, बिजय कुशवाहा, ललन कुशवाहा, रामकुमार कुशवाहा, काशीनाथ, उदय कुशवाहा, उपेंद्र, नागेंद्र ,विकेश, नंदकिशोर कुशवाहा, त्रिबेनी कुशवाहा, रामऔतार कुशवाहा, रामनाथ कुशवाहा, दीनदयाल कुशवाहा, अनिल ,ललित, पंकज ,सुनील राम, गोबिंद रामानंद ,देवानंद कुशवाहा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।